पूर्व सैनिक सेवानिवृत्ति कर्मचारियों के लिए ECHS की सुविधा दी जाती है। वे एक सर्टन अमाउंट भरकर ECHS का फायदा ले सकते हैं लेकिन ऐसा देखा गया है कि इसका दुरुपयोग किया जा रहा है।
सेवानिवृत कर्मचारी या उनके परिवार के सदस्यों को कोई तकलीफ ना होने के बावजूद वे ECHS से सलंग्न प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हो जाते हैं और डॉक्टर से मिलकर एक अच्छा खासा अमाउंट क्लेम करते हैं उसके बाद कुछ अमाउंट डॉक्टर रख लेता है और बाकी जो अमाउंट है वह सेवानिवृत्ति कर्मचारी रख लेता है। इस प्रकार सरकार को चूना लगाया जा रहा है।
ECHS ने बताया पूरा मामला
ऐसा देखा गया है कि ECHS से संलग्न प्राइवेट अस्पतालों के एजेंट पूर्व सैनिकों को लालच देते हैं कि आप हॉस्पिटल में एडमिट हो जाए उसके बाद जो भी बिल बनेगा तो उसका आधा पैसा आप रख लेंगे और आधा पैसा हॉस्पिटल रख लेगा।
इस प्रकार लालच के चक्कर में पूर्व सैनिक अस्पतालो में एडमिट हो जाते हैं। कई पूर्व सैनिक तो ज्यादा पैसे के चक्कर में बार-बार अस्पताल में एडमिट हो जाते हैं और अपने परिवार जनों को भी एडमिट कर देते है। ऐसे में सरकार की नजर इन पर पड़ी है और इन पूर्व सैनिको के खिलाफ कारण बताओं नोटिस जारी किए जा रहे हैं।
कारण बताओ नोटिस जारी
कई ऐसे मामले देखे गए अभी हाल ही में एक सेवानिवृत्ति कर्मचारी रेखमपाल सिंह जो की बार-बार ECHS से सलंग्न प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हो रहे थे। इसके साथ ही साथ में अपने परिवारजनों को भी भर्ती कर रहे थे। वे और उनका परिवार 7 फरवरी 2023 से लेकर 27 नवंबर 2024 तक बार-बार अस्पताल में भर्ती हुए।
उसी को लेकर रक्षा विभाग की तरफ से उनसे कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। तो चलिए जान लेते हैं कि कारण बताओं नोटिस में क्या प्रश्न पूछा गया है।
मामले की छानबीन के बाद नोटिस जारी
आपका ECHS रेकॉर्ड चेक करने पर यह पाया गया है कि आप और आपका सम्पूर्ण परिवार ECHS के माध्यम से 07 फरवरी 2023 से 27 नवम्बर 2024 की अवधि के दौरान बार- बार नोएडा और ग्रेटर नोएडा के अस्पतालों में दाखिल हो रहे हैं।
आपसे आग्रह है कि आप यह बताएं कि आपको और आपके परिवार के सदस्यों, जो कि बार-बार अस्पताल में एक साथ दाखिल हो रहे हैं. उन सबको क्या बीमारी है? आपकी और आपके परिवार के सदस्यों की जाँच फौजी हॉस्पिटल में फौजी डॉक्टरों से क्यों न करवाई जाए, और बीमारी गलत पाए जाने पर या बीमारी की पुष्टि न होने पर आपके ECHS कार्ड को हमेशा के लिये निरस्त कर पूर्ण इलाज का खर्च सरकारी खाते में जमा क्यों न कराया जाए।
5 जनवरी तक दिया गया समय
आपसे अनुरोध है कि आप इस पत्र का जवाब 05 जनवरी 2025 तक इस कार्यालय में जमा करवाने की कृपा करें। जवाब न देने पर आपका ECHS कार्ड निरस्त किया जा सकता है।
ECHS लाभार्थी हो जाये सावधान
अगर आप या आपके कोई जानकारी में इस प्रकार की घटना को अंजाम दे रहा है तो आप को सावधान होने की जरूरत है। हॉस्पिटल के एजेंटों के चक्कर में पड़कर आप या आपके संबंधी सरकार का नुकसान ना करें नहीं तो आपको लेने के देने पड़ सकते हैं। भारी-भरकम रकम जुर्माने के साथ आपको वापस करनी पड़ सकती है।
Sir good morning
If the such type of matter found true then echs card be suspended such type of mistake not acceptable.
This is the privilege given by defense
It is true some people are doing this bad practice.
Strict action to be taken against such defaulters.