नई दिल्ली: उच्च भविष्य निधि (PF) पेंशन को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दो साल तीन महीने हो चुके हैं, लेकिन केरल में अब भी इसका क्रियान्वयन अधर में लटका हुआ है। अभी तक 2.24 लाख आवेदन ऐसे हैं जो नियोक्ताओं द्वारा EPFO को जमा ही नहीं किए गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश और असमंजस की स्थिति
कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) की धारा 16-A के तहत स्पष्ट रूप से कहा गया है कि नियोक्ता की गलती के कारण पेंशन लाभ नहीं रोका जाना चाहिए। लेकिन अब भी कई आवेदन अटके हुए हैं या फिर उनकी स्थिति अस्पष्ट बनी हुई है।
केरल में उच्च पेंशन आवेदन निपटान में पिछड़ा
EPFO के विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों में केरल उच्च पेंशन के संयुक्त विकल्प आवेदनों के निपटान में काफी पीछे है।
✅ केरल में कुल आवेदन: 72,712
✅ अब तक निपटाए गए: 19,886 (27.35%)
✅ राष्ट्रीय औसत: 59%
👉 हालांकि, अंतिम चरण यानी वैधता सत्यापन (Validation) में केरल ज्यादा पीछे नहीं है।
✅ राष्ट्रीय औसत: 78%
✅ केरल का प्रदर्शन: 70%
(यह आंकड़े हाल ही में हुई EPFO केंद्रीय न्यासी बोर्ड बैठक के दस्तावेजों से सामने आए हैं।)
देरी के प्रमुख कारण
1️⃣ प्रसंस्करण विधियों की अस्पष्टता – कुछ कार्यालयों में आवेदनों की जांच का स्पष्ट तरीका तय नहीं है।
2️⃣ वेतन गणना जटिलता – कई मामलों में 348 महीनों (लगभग 29 साल) तक के वेतन का विवरण निकालना पड़ रहा है।
3️⃣ रिकॉर्ड विसंगतियां – कई मामलों में नियोक्ताओं से अतिरिक्त स्पष्टीकरण की जरूरत पड़ रही है।
4️⃣ विभिन्न प्रतिष्ठानों में कार्यरत कर्मचारी – जिन कर्मचारियों ने अलग-अलग क्षेत्रीय कार्यालयों में सेवा दी है, उनके दस्तावेजों के सत्यापन में कठिनाई हो रही है।
अस्वीकृति (Rejection) के मुख्य कारण
🚫 सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दायरे में न आना।
🚫 वे सेवानिवृत्त कर्मचारी जिन्होंने 1 सितंबर 2014 से पहले उच्च पेंशन विकल्प नहीं चुना।
🚫 अधिकांश आवेदकों ने पहले विकल्प का उपयोग नहीं किया।
🚫 जिन्होंने EPFO द्वारा जारी डिमांड लेटर की राशि जमा नहीं की।
आवेदन और लाभार्थियों का डेटा (EPFO रिपोर्ट के अनुसार)
📌 कुल आवेदन: 17.49 लाख
📌 अयोग्य आवेदन: 7.35 लाख
📌 नियोक्ताओं द्वारा जमा न किए गए आवेदन: 2.24 लाख
📌 नियोक्ताओं को स्पष्टीकरण के लिए वापस भेजे गए आवेदन: 3.92 लाख
📌 जिन्हें डिमांड लेटर जारी किए गए: 2.19 लाख (इनमें से अधिकांश को जल्द पेंशन मिलने की उम्मीद)
📌 पहले से उच्च पेंशन प्राप्त कर रहे लाभार्थी: 24,006
📌 जिन्हें जल्द उच्च पेंशन मिलने की संभावना: 9,529
📌 EPFO समीक्षा में लंबित आवेदन: 2.14 लाख
क्या होगा आगे?
▶ EPFO ने 31 मार्च 2025 तक सभी लंबित आवेदनों को निपटाने का लक्ष्य रखा है।
▶ जिन कर्मचारियों ने आवश्यक राशि जमा कर दी है, उन्हें जल्द उच्च पेंशन मिलने की संभावना है।
▶ श्रम मंत्रालय ने EPFO को प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
निष्कर्ष
केरल में उच्च पेंशन आवेदनों की प्रक्रिया बेहद धीमी चल रही है। कई नियोक्ताओं ने आवेदन जमा नहीं किए हैं, जिससे कर्मचारियों की पेंशन अधर में लटकी हुई है। EPFO को 31 मार्च 2025 तक सभी मामलों को निपटाने का लक्ष्य दिया गया है, लेकिन क्या यह संभव होगा? यह देखने वाली बात होगी।
💬 क्या आपका आवेदन भी लंबित है? कमेंट में अपनी राय बताएं!