केन्द्रिय पेंशन लेखा कार्यालय (CPAO) ने बताया है कि हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आये है जिसमे साइबर अपराधी पेंशनधारकों को कॉल कर ऑनलाइन लाइफ सर्टिफिकेट अपडेट करने के लिए कहते है, इन अपराधियो के पास पेंशनधारकों का सभी व्यक्तिगत विवरण होता है जैसे कि पेंशन भुगतान आदेश संख्या (PPO नंबर), जन्म तिथि, बैंक डिटेल्स, आधार नंबर आदि।
फाँसने का तरीका:
ये पेंशनभोगियों से कहते है कि आपका लाइफ सर्टिफिकेट सही तरीके से भरा नही गया है उसमें बहुत सारी गलतियां है। इस प्रकार वे पेंशनधारको को सांझे में ले लेते है। इसके बाद ये अपराधी पेंशनभोगी के मोबाइल पर (OTP) भेजते है और उसे सत्यापन के लिए कहते है।
जब पीड़ित OTP साझा कर देते हैं, तो ये अपराधी उनके पेंशन खाते तक पहुंच प्राप्त कर लेते हैं और खाते में मौजूद सारी राशि को नकली खातों में स्थानांतरित कर देते हैं। इससे पीड़ित के लिए अपनी राशि वापस पाना लगभग असंभव हो जाता है।
महत्वपूर्ण सलाह: किसी को अपनी जानकारी साझा न करें
- CPAO (Central Pension Accounting Office), बैंक, या कोई अन्य सरकारी एजेंसी पेंशनधारकों से कभी भी लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने या किसी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि OTP या PPO नंबर, साझा करने के लिए कॉल नहीं करती।
- CPAO द्वारा जारी योजना पुस्तिका (Scheme Booklet) के पैराग्राफ 14 और DoP&PW (Department of Pension & Pensioners’ Welfare) द्वारा जारी कार्यालय ज्ञापनों (OMs) में लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की प्रक्रिया दी गई है।
- लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने के लिए विभिन्न जगहों पे कैम्प का आयोजन किया गया है आप उसमें भाग लेकर अपना सर्टिफिकेट जमा कर सकते है।
- डाक विभाग की मदद आप ले सकते है। डाकिए को बुलाकर घर से ही लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर सकते है।
इसलिए, कृपया किसी अनजान कॉलर को अपनी कोई भी व्यक्तिगत जानकारी जैसे PPO नंबर, आधार नंबर, बैंक डिटेल्स या OTP न दें।
सावधान रहें और सुरक्षित रहें
- फर्जी कॉल्स की पहचान करें:
यदि कोई व्यक्ति पेंशन खाते को अपडेट करने के नाम पर कॉल करता है, तो उसकी बातों पर भरोसा न करें। - व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें:
किसी भी परिस्थिति में अपनी बैंक डिटेल्स, PPO नंबर, या OTP किसी के साथ साझा न करें। - वास्तविक जानकारी की पुष्टि करें:
पेंशन से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए अपनी बैंक शाखा या CPAO से सीधे संपर्क करें। - शिकायत दर्ज करें:
यदि आपको लगता है कि आपको किसी साइबर धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया है, तो तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराएं।
निष्कर्ष
पेंशनधारकों को धोखेबाजों से सतर्क रहना चाहिए। किसी भी प्रकार की संदिग्ध कॉल पर तुरंत सतर्क हो जाएं और अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें। सरकारी एजेंसियां या बैंक कभी भी ऐसी जानकारी फोन पर नहीं मांगते। सावधान रहें, सतर्क रहें और अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखें।