राजस्थान सरकार ने पेंशन नियम, 1996 में संशोधन करते हुए नए 3 नियम लागू किए हैं। इन संशोधनों का उद्देश्य पेंशनभोगियों को अधिक लाभ पहुंचाना और पेंशन व्यवस्था को अधिक समावेशी बनाना है। ये नए नियम 1 अप्रैल 2024 से प्रभावी होंगे।
70 साल से पेंशन में 5%, 10% की बढ़ोतरी
संशोधित नियम 54B के अनुसार, पेंशनरों और परिवार पेंशनरों को 70 वर्ष की आयु पूरी करने पर उनकी बेसिक पेंशन या परिवार पेंशन का 5% अतिरिक्त भत्ता दिया जाएगा। 75 वर्ष की आयु पूरी होने पर यह भत्ता बढ़कर 10% हो जाएगा। यह भत्ता पेंशनरों को 80 वर्ष की आयु तक मिलेगा, और इस पर महंगाई राहत (Dearness Relief) लागू नहीं होगी। इस प्रावधान का उद्देश्य वरिष्ठ पेंशनभोगियों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
कर्मचारी के दिव्यांग भाई-बहन को इस शर्त पे मिलेगी पेंशन
मौजूदा नियमों में “दिव्यांग” शब्द को बदलकर “विशेष रूप से सक्षम” शब्द का उपयोग किया जाएगा, जिससे समाज में समानता और संवेदनशीलता को बढ़ावा मिलेगा। नियम 67 में एक नया उप-नियम (f) जोड़ा गया है, जिसके अनुसार विशेष रूप से सक्षम भाई-बहन यानी कि कर्मचारी के दिव्यांग भाई-बहन को फैमिली पेंशन तभी दी जाएगी जब मृत सरकारी सेवक या पेंशनर की कोई विधवा या कोई संतान जीवित ना हो या कर्मचारी के माता-पिता पेंशन के लिए पात्र न हों।
दिव्यांगता सरकारी सेवक या पेंशनर की मृत्यु के पहले से हो
यह भी प्रावधान किया गया है कि विशेष रूप से सक्षम भाई-बहन को परिवार पेंशन तभी दी जाएगी, जब उनकी दिव्यांगता सरकारी सेवक या पेंशनर की मृत्यु से पहले से ही मौजूद हो। इससे इस वर्ग को भी आर्थिक सुरक्षा का आश्वासन मिलेगा।
PPO में परिवार के सभी सदस्यों को किया जाएगा शामिल
नियम 87 में एक नया उप-नियम (8) जोड़ा गया है, जिसके अनुसार पेंशन स्वीकृत करने वाला अधिकारी पेंशन भुगतान आदेश(PPO) में सरकारी सेवक के जीवित पति/पत्नी का नाम परिवार पेंशनर के रूप में दर्ज करेगा। यदि फैमिली पेंशन प्राप्त करने के लिए कोई अन्य पात्र सदस्य नहीं है, तो स्थायी रूप से विशेष रूप से सक्षम संतान, आश्रित माता-पिता और विशेष रूप से सक्षम भाई-बहनों का नाम भी फैमिली पेंशन के लिए दर्ज किया जाएगा। इससे परिवार के सभी सदस्यों को पेंशन का लाभ मिल सकेगा और उनके जीवन में स्थिरता बनी रहेगी।
निष्कर्ष
इन संशोधनों के माध्यम से राजस्थान सरकार ने पेंशन व्यवस्था को अधिक संवेदनशील और लाभकारी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। विशेष रूप से सक्षम भाई-बहन और संतान को परिवार पेंशन में शामिल करना एक सकारात्मक पहल है, जिससे इस वर्ग को भी वित्तीय सुरक्षा प्राप्त होगी। इसके साथ ही, वरिष्ठ पेंशनरों को अतिरिक्त भत्ता प्रदान करना उनके सम्मान और जीवन स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इन नए नियमों से पेंशनभोगियों को अधिक सुरक्षा, सहूलियत और समाज मे सिर उठा के जी सकेंगे।
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