नई दिल्ली। नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेंन (NFIR) ने ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) को बहाल कराने के लिए अपने संकल्प को दोहराते हुए स्पष्ट किया है कि जब तक सरकार इसे लागू नहीं करती, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। नई दिल्ली में आयोजित 240वीं वर्किंग कमेटी बैठक में इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा हुई, जिसमें रेलवे कर्मचारियों के हितों को लेकर कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए।
NFIR का संकल्प: ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) बहाल कराएंगे
NFIR के पदाधिकारियों का कहना है कि यदि सरकार जनविरोधी नीतियों को वापस ले सकती है, तो ओल्ड पेंशन स्कीम को बहाल करने में क्या दिक्कत है? उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि नई पेंशन योजना (NPS) को खत्म कर सभी सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाए।
NFIR के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. एम. राघवैय्या और राष्ट्रीय अध्यक्ष गुमान सिंह ने कहा कि रेलवे कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा के लिए वे हर संभव कदम उठाएंगे। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि अगर ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल नहीं की गई, तो वे राष्ट्रीय स्तर पर बड़े आंदोलन के लिए तैयार हैं।
240वीं वर्किंग कमेटी बैठक के प्रमुख निर्णय
नई दिल्ली में आयोजित इस बैठक में रेलवे जोन के 17 जोनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और कर्मचारियों के हितों को लेकर कई अहम निर्णय लिए गए:
1. ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली
- सभी रेलवे कर्मचारियों के लिए OPS लागू करने की मांग की गई।
- सरकार पर दबाव बनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया।
2. 8वें वेतन आयोग की मांग
- कर्मचारियों के वेतन में उचित वृद्धि के लिए 8वें वेतन आयोग की मांग को आगे बढ़ाया जाएगा।
- वर्तमान वेतन संरचना की समीक्षा के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।
3. चुनाव आचार संहिता से पहले बड़े विरोध प्रदर्शन
- आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले NFIR बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहा है।
- रेलवे बोर्ड पर दबाव बनाने के लिए चरणबद्ध तरीके से देशभर में प्रदर्शन होंगे।
4. कर्मचारियों को भत्तों में सुधार की मांग
- रेलवे कर्मचारियों को विभिन्न भत्तों (Allowances) में वृद्धि की मांग रखी गई।
- कर्मचारियों की ट्रांसफर, प्रमोशन और कार्यस्थल की स्थिति में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
बैठक में मौजूद प्रमुख नेता
इस महत्वपूर्ण बैठक में रेलवे यूनियन और मजदूर संगठनों के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे, जिनमें शामिल हैं:
- तपन चटर्जी (मजदूर कांग्रेस, बिलासपुर के जोनल अध्यक्ष)
- पीतांबर लक्ष्मीनारायण (जोनल महामंत्री)
- डॉ. विजय कुमार, लक्ष्मण राव, इंदल दमाहे, भीमराव बोंलतकर, बीडी प्रसाद और राजेंद्र सिंह
NFIR का अगला कदम – आंदोलन की तैयारी
NFIR ने ऐलान किया है कि अगर सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज करती है, तो वे रेलवे जोन और राष्ट्रीय स्तर पर बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे। इसके तहत –
- सभी रेलवे कर्मचारियों को एकजुट किया जाएगा।
- सरकार और रेलवे बोर्ड पर दबाव बनाने के लिए चरणबद्ध प्रदर्शन होंगे।
- यदि आवश्यक हुआ तो हड़ताल भी की जा सकती है।
निष्कर्ष
NFIR ने स्पष्ट कर दिया है कि वे ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) को लागू कराने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। केंद्र सरकार को इस मांग को जल्द से जल्द मान लेना चाहिए, ताकि लाखों रेलवे कर्मचारियों और सरकारी कर्मचारियों को पेंशन की सुरक्षा मिल सके। आगामी चुनावों को देखते हुए यह मुद्दा और भी महत्वपूर्ण हो गया है, क्योंकि कर्मचारियों की नाराजगी सरकार के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है।
क्या सरकार OPS लागू करेगी या कर्मचारियों को संघर्ष जारी रखना होगा? यह देखने वाली बात होगी।
सर्वांना OPS लागु करावा. कर्मचाऱ्यांची फार भयाण आणि
दयनिय स्थिती आहे.
Ops