केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ते (DA) को 53% से बढ़ाकर 55% कर दिया है। हालांकि उम्मीद थी कि DA में 3% की बढ़ोतरी होगी, और कुल महँगाई भत्ता 56% होगा लेकिन सरकार ने आंकड़ो में उलझाकर DA को 1% कम कर दिया। इस प्रकार जनवरी 2025 से DA में केवल 2% की बढ़ोतरी होगी।
इसका फायदा न केवल सरकारी कर्मचारियों को होगा बल्कि पेंशनभोगियों को भी मिलेगा। यदि आप एक पेंशनभोगी हैं और जानना चाहते हैं कि आपकी पेंशन में कितनी वृद्धि होगी, तो इस लेख में हम इसकी पूरी गणना और एक विस्तृत तालिका प्रदान कर रहे हैं।
महंगाई भत्ता (DA) क्या है?
महंगाई भत्ता सरकार द्वारा कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को महंगाई के प्रभाव को कम करने के लिए दिया जाता है। यह हर छमाही में संशोधित किया जाता है और वेतन या पेंशन के एक निश्चित प्रतिशत के रूप में दिया जाता है। साल में दो बार बढोतरी होती है एक बार जनवरी से जून के लिए वही दूसरी बार जुलाई से दिसम्बर के लिए।
DA बढ़ोतरी का पेंशन पर प्रभाव
जब भी महंगाई भत्ते में वृद्धि होती है, तो इसका सीधा असर पेंशन पर पड़ता है। यदि आपकी बेसिक पेंशन ₹10,000 है, तो 53% DA के अनुसार आपको ₹5,300 का महंगाई भत्ता मिलता था। लेकिन 55% DA लागू होने के बाद यह बढ़कर ₹5,500 हो जाएगा।
बढ़ोतरी की गणना
नई DA = (बेसिक पेंशन × 55%)
पुरानी DA = (बेसिक पेंशन × 53%)
बढ़ोतरी = नई DA – पुरानी DA
पेंशन में बढ़ोतरी का विस्तृत टेबल
बेसिक पेंशन (₹) | 53% DA (₹) | 55% DA (₹) | बढ़ोतरी (₹) |
---|---|---|---|
5,000 | 2,650 | 2,750 | 100 |
10,000 | 5,300 | 5,500 | 200 |
15,000 | 7,950 | 8,250 | 300 |
20,000 | 10,600 | 11,000 | 400 |
25,000 | 13,250 | 13,750 | 500 |
30,000 | 15,900 | 16,500 | 600 |
35,000 | 18,550 | 19,250 | 700 |
40,000 | 21,200 | 22,000 | 800 |
45,000 | 23,850 | 24,750 | 900 |
50,000 | 26,500 | 27,500 | 1,000 |
निष्कर्ष
महंगाई भत्ता 53% से बढ़कर 55% होने पर पेंशनभोगियों की पेंशन में प्रति ₹10,000 की बेसिक पेंशन पर ₹200 की वृद्धि होगी। जिनकी बेसिक पेंशन अधिक है, उन्हें अधिक लाभ मिलेगा। इस बढ़ोतरी से पेंशनभोगियों को महंगाई से निपटने में थोड़ी राहत जरूर मिलेगी।
क्या आपकी पेंशन भी बढ़ेगी? हमें कमेंट में बताएं!
केन्द्रीय सरकार को केन्द्र एवं राज्य सरकार को समान व्यवहार करते हुए कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को मंहगाई भत्ता एवं राहत 55 % दिया जाना चाहिए वर्तमान में मघ्यप्रदेश के कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को 46% मिल रहा है ।