मोदी सरकार का CGHS लाभार्थियों के लिए बड़ा तोहफा: एम्स (पटना) और CGHS के बीच नई साझेदारी

मोदी सरकार ने पेंशनर्स और CGHS लाभार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। हाल ही में, एम्स (पटना) और केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना (CGHS) के बीच एक करार किया गया है, जिसके तहत CGHS लाभार्थी अब एम्स (पटना) में कैशलेस तरीके से OPD, टेस्ट, और इनडोर उपचार प्राप्त कर सकेंगे। यह समझौता अगले पांच वर्षों के लिए लागू रहेगा।


1. नई साझेदारी के प्रमुख बिंदु

कैशलेस उपचार

एम्स (पटना) और CGHS के बीच हुए इस समझौते के तहत, CGHS लाभार्थी एम्स (पटना) में कैशलेस OPD, टेस्ट और इनडोर उपचार प्राप्त कर सकेंगे। इससे लाभार्थियों को चिकित्सा खर्चों के भुगतान के झंझट से राहत मिलेगी।

वार्ड और शुल्क

एम्स (पटना) में CGHS लाभार्थियों के लिए वार्ड के आधार पर उपचार की दरें निम्नलिखित होंगी:

  • जनरल वार्ड: ₹1,500 प्रति दिन
  • सेमी-प्राइवेट वार्ड: ₹3,000 प्रति दिन
  • प्राइवेट वार्ड: ₹4,500 प्रति दिन

CGHS कार्ड की आवश्यकता

लाभार्थियों को एम्स (पटना) में उपचार के लिए एक वैध CGHS कार्ड दिखाना होगा। इस कार्ड के बिना उन्हें सुविधाओं का लाभ नहीं मिलेगा।

विशेष सहायता डेस्क

एम्स (पटना) में एक विशेष सहायता डेस्क और खाता प्रणाली स्थापित की जाएगी, जहाँ CGHS लाभार्थी उचित सहायता प्राप्त कर सकेंगे।

एंप्लांट्स और दवाइयाँ

  • एम्स (पटना) द्वारा उपलब्ध कराए गए एंप्लांट्स का उपयोग CGHS लाभार्थियों को करना होगा। वे अपनी पसंद के अनुसार विशेष एंप्लांट्स नहीं चुन सकते।
  • ओपीडी इलाज के दौरान या डिस्चार्ज के समय लिखी गई दवाइयाँ लाभार्थी CGHS वेलनेस सेंटर से प्राप्त कर सकेंगे।

बिलों की पेमेंट

ओपीडी इलाज के बिलों की पेमेंट CGHS द्वारा की जाएगी। एम्स (पटना) द्वारा भेजे गए बिलों का भुगतान CGHS के माध्यम से किया जाएगा।


2. महत्वपूर्ण निर्णय और लाभ

पेंशनर्स के लिए राहत

इस नए समझौते से पेंशनर्स को विशेष लाभ होगा। CGHS के तहत उनकी चिकित्सा सेवाओं का खर्चा कैशलेस तरीके से होगा, जिससे उनकी आर्थिक बोझ घटेगा और वे बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।

समझौते की अवधि

एम्स (पटना) और CGHS के बीच इस करार की अवधि 5 वर्ष होगी। इस दौरान, दोनों संस्थान एक साथ काम करेंगे ताकि CGHS लाभार्थियों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा सकें।

भविष्य की योजना

इस समझौते से पेंशनर्स और अन्य लाभार्थियों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच में सुधार होगा। यह पहल सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं के बेहतर कार्यान्वयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


निष्कर्ष

मोदी सरकार का यह कदम पेंशनर्स और CGHS लाभार्थियों के लिए एक बड़ा तोहफा है। एम्स (पटना) और CGHS के बीच हुए इस समझौते से चिकित्सा सेवाओं में पारदर्शिता और सुविधा बढ़ेगी। यह पहल न केवल चिकित्सा खर्चों को कम करेगी बल्कि लाभार्थियों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ भी सुनिश्चित करेगी।

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