केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना (CGHS) से जुड़ी नई गाइडलाइंस जारी की गई हैं। अब CGHS लाभार्थियों को सभी आवश्यक दस्तावेजों सहित आवेदन ऑनलाइन रूप से वेलनेस सेंटर में जमा करना अनिवार्य होगा।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, यह नया डिजिटल सिस्टम CPAP, BiPAP, और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जैसे रेस्पिरेटरी डिवाइसेज़ के लिए अनुमोदन प्रक्रिया को तेज करने और कागजी कार्यवाही को कम करने के उद्देश्य से लागू किया गया है।
CGHS के नए नियम – जानें मुख्य अपडेट
- अनुमोदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन
- अब CGHS लाभार्थियों को वेलनेस सेंटर में ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
- सभी आवश्यक दस्तावेज, जैसे प्रोफार्मा और शपथ पत्र, CGHS वेबसाइट से डाउनलोड कर भरने होंगे।
- आवेदन कैसे करें?
- लाभार्थियों को अपने संपूर्ण आवेदन को स्कैन कर ईमेल के माध्यम से संबंधित जोन या शहर के अतिरिक्त निदेशक (Additional Director) के कार्यालय को भेजना होगा।
- अगर वेलनेस सेंटर में हाई-स्पीड स्कैनर उपलब्ध नहीं हैं, तो भौतिक दस्तावेज पोस्ट के माध्यम से एक या दो दिनों के भीतर भेजे जाएंगे।
- वेलनेस सेंटरों में हाई-स्पीड स्कैनर होंगे उपलब्ध
- अतिरिक्त निदेशकों को निर्देश दिया गया है कि वे सभी वेलनेस सेंटरों के लिए हाई-स्पीड स्कैनर की व्यवस्था करें ताकि आवेदन तेजी से संसाधित किए जा सकें।
- ई-फाइल प्रणाली के माध्यम से रिकॉर्ड प्रबंधन
- सभी अनुमोदन ई-फाइल प्रणाली (e-file system) में दर्ज किए जाएंगे।
- प्रत्येक लाभार्थी के नाम और CGHS लाभार्थी आईडी (Beneficiary ID) के साथ डिजिटल रिकॉर्ड बनाए रखा जाएगा।
- Excel शीट के माध्यम से अनुमोदन की पूरी ट्रैकिंग होगी।
कैसे होगी अनुमोदन प्रक्रिया?
- आवेदन समीक्षा और कमेटी की संस्तुति
- अतिरिक्त निदेशक कार्यालय में आवेदन की समीक्षा की जाएगी।
- किसी भी दस्तावेज़ में कमी होने पर उसी दिन फोन और ईमेल के माध्यम से लाभार्थी को सूचित किया जाएगा।
- पूर्ण आवेदन रेस्पिरेटरी मेडिसिन विशेषज्ञों की कमेटी (Committee of Respiratory Medicine Specialists) को भेजा जाएगा।
- डिजिटल अनुमोदन और लाभार्थी को सूचना
- स्वीकृति या अस्वीकृति की डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित प्रति ई-ऑफिस के माध्यम से लाभार्थी को ईमेल द्वारा भेजी जाएगी।
- लाभार्थी चाहें तो फिजिकल कॉपी भी प्राप्त कर सकते हैं।
क्या होगा इस नई व्यवस्था का लाभ?
✅ तेजी से अनुमोदन प्रक्रिया – अब मंजूरी के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
✅ पेपरलेस कार्यप्रणाली – दस्तावेजों की हार्ड कॉपी रखने की झंझट समाप्त होगी।
✅ अधिक पारदर्शिता – अनुमोदन की पूरी प्रक्रिया डिजिटल रूप से ट्रैक की जा सकेगी।
✅ डिजिटल इंडिया पहल को बढ़ावा – सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में डिजिटलीकरण को बढ़ावा मिलेगा।
निष्कर्ष
CGHS की नई डिजिटल प्रक्रिया सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुगम बनाएगी। अब किसी भी प्रकार की रेस्पिरेटरी डिवाइसेज़ की अनुमति लेने में देरी नहीं होगी और आवेदन प्रक्रिया अधिक पारदर्शी एवं प्रभावी होगी।
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Jinko digital ke bare m jyada jankari nahi h. Wo sr. Citizen pareshan honge. Or baki sab ke kam fatafat honge.