देश में इस समय सातवां वेतन आयोग लागू है और जल्द ही 8th Pay Commision भी आने वाला है। केंद्र सरकार ने इसे 1 जनवरी 2026 से लागू करने की योजना बनाई है। हर दस साल में नया वेतन आयोग लागू किया जाता है, जिससे सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की आय में सुधार हो सके। सातवां वेतन आयोग 1 जनवरी 2016 से लागू किया गया था, और अब समय आ गया है कि सरकार आठवां वेतन आयोग लाने की तैयारी करे। इससे जुड़े कई प्रस्तावों पर विचार हो रहा है और आने वाली कैबिनेट बैठक में इसकी घोषणा होने की उम्मीद है।
कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को मिलेगा सीधा लाभ
केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए आठवां वेतन आयोग बड़ी राहत लेकर आएगा। JCM के सेक्रेटरी शिवगोपाल मिश्रा ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर आठवां वेतन आयोग गठित करने की मांग की है। इस आयोग से लगभग 49 लाख केंद्रीय कर्मचारी और 68 लाख पेंशनभोगियों को लाभ होगा। कर्मचारियों के संगठनों ने इस मांग को लेकर पहले ही एक प्रस्ताव पेश किया है, जिसे कैबिनेट सेक्रेटरी ने 15 जुलाई की बैठक में सहमति दी थी। आने वाले समय में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इस पर अंतिम फैसला लिया जा सकता है।
सैलरी और पेंशन में होगा बड़ा इजाफा
आठवें वेतन आयोग के आने से फिटमेंट फैक्टर में बढ़ोतरी की उम्मीद है, जिससे कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की सैलरी और पेंशन में बढ़ोतरी होगी। हर वेतन आयोग लागू होते समय महंगाई भत्ते को मर्ज कर दिया जाता है, और उसके बाद नया फिटमेंट फैक्टर तय किया जाता है। इसी फिटमेंट फैक्टर के आधार पर वेतन और पे मैट्रिक्स तैयार किया जाता है।
8वें वेतन आयोग में कितना होगा फिटमेंट फैक्टर?
सातवें वेतन आयोग के समय फिटमेंट फैक्टर 2.57 तय किया गया था, हालांकि कर्मचारी संगठनों ने इसे 3.68 करने की मांग की थी। केंद्र सरकार ने 2.57 ही लागू किया, लेकिन अब आठवें वेतन आयोग में इसे 1.92 किए जाने की संभावना है। मीडिया में 3.68 फिटमेंट फैक्टर को लेकर कई अफवाहें फैली हुई हैं, परंतु आठवें वेतन आयोग में 1.92 फिटमेंट फैक्टर ही लागू होने की उम्मीद है।
बेसिक पे और पेंशन में कितनी होगी बढ़ोतरी?
आठवें वेतन आयोग के तहत, 1.92 फिटमेंट फैक्टर लागू होने पर कर्मचारियों का न्यूनतम मूल वेतन 18,000 रुपये से बढ़कर 34,600 रुपये हो जाएगा। इसी प्रकार, पेंशनभोगियों की न्यूनतम बेसिक पेंशन, जो वर्तमान में 9,000 रुपये है, वह बढ़कर 17,300 रुपये हो जाएगी। इसके अलावा, समय-समय पर बढ़ने वाले महंगाई भत्ते का भी भुगतान होगा।
7वें वेतन आयोग में क्या था फिटमेंट फैक्टर?
7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 गुना तय किया गया था, जिससे कर्मचारियों का न्यूनतम मूल वेतन 18,000 रुपये तय हुआ था। हालांकि कर्मचारी संगठनों ने 3.68 फिटमेंट फैक्टर की मांग की थी, लेकिन सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया और 2.57 के आधार पर ही वेतन संरचना तैयार की गई।
आठवें वेतन आयोग से क्या-क्या बदलेगा?
आठवें वेतन आयोग के लागू होते ही कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की बेसिक सैलरी में बदलाव आएगा। महंगाई भत्ता (DA) जीरो से शुरू होगा और भविष्य में इसमें बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा, विभिन्न प्रकार के भत्तों में भी संशोधन किए जाएंगे। कुल मिलाकर, आठवां वेतन आयोग आने से हर सरकारी कर्मचारी और पेंशनभोगी की आय में 15,000 से 25,000 रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
निष्कर्ष:
आठवां वेतन आयोग केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा। सरकार की ओर से इसे लेकर जल्द ही घोषणा की जा सकती है, जिससे लाखों कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा। अब सभी की निगाहें आने वाली कैबिनेट बैठक पर टिकी हैं, जहां इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
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