लाखो पेंशनभोगी इस प्रोसेस से अपनी पेंशन बढ़वा रहे है और बकाया एरियर प्राप्त कर रहे है, आप कब करोगे?

किसी भी पेंशनभोगी या पारिवारिक पेंशनभोगी को किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत है जैसे कि उनकी पेंशन को संशोधित नही किया गया या उनको एरियर नही मिला। तो थोड़े से प्रयास से वे अपनी पेंशन बढ़वा सकते है और लाखों रुपये का बकाया एरियर प्राप्त कर सकते है।
अक्सर कोई न कोई समस्या हर पेंशनभोगी और पारिवारिक पेंशनभोगी के सामने आती ही है। ऐसे में अगर वे प्रॉपर चैनल और सही जानकारी के साथ आगे बढ़ते है तो उनकी समस्या जरूर दूर होती है। ऐसी ही एक कहानी DOPPW की तरफ से शेयर किया गया है जो कि हर पेंशनभोगी और पारिवारिक पेंशनभोगियों के लिए जानना बेहद ही जरूरी है।

मामले की पृष्ठभूमि

सुश्री रजिया बेगम (अविवाहित बेटी) जो कि तेलंगाना के ओल्ड अलवाल की निवासी हैं, उनके पिता स्वर्गीय मोहम्मद सरदार, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) में अधीक्षक के पद से सेवानिवृत्त थे। उनके पिता के 2023 में निधन के बाद, रजिया बेगम ने 16 अगस्त 2023 को परिवारिक पेंशन के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा किए। लेकिन, पेंशन स्वीकृत होने में अनावश्यक देरी हो रही थी, जिससे उन्हें गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा और उनके सम्मानपूर्वक जीवन के अधिकार पर असर पड़ा।

शिकायत दर्ज कराई और मिला समाधान

पेंशन की मंजूरी में हो रही देरी से परेशान होकर उन्होंने CPENGRAMS पोर्टल पर 13 नवंबर 2023 को अपनी शिकायत (DOPPW/E/2023/0053025) दर्ज कराई। लेकिन CBIC ने उनकी शिकायत यह कहते हुए बंद कर दी कि उनका मामला प्रक्रिया में है।

DOPPW का प्रयास

इसके बाद, DOPPW (पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग) ने उनके मामले का फॉलोअप लिया। रजिया बेगम के आग्रह पर उनकी शिकायत को पुनः पंजीकृत किया गया (DOPPW/P/2024/0008948) और 9 सितंबर 2024 को संबंधित विभाग को भेजा गया।

दस्तावेजों की मांग

25 सितंबर 2024 को पोर्टल के माध्यम से उन्हें सूचित किया गया कि मामले में आगे की कार्यवाही के लिए उन्हें नवीनतम आय प्रमाण पत्र और वैवाहिक स्थिति प्रमाण पत्र जमा करने की आवश्यकता है। यह भी बताया गया कि यदि वे जल्द से जल्द उक्त दस्तावेज जमा करेंगी तो उनकी पेंशन मंजूरी की प्रक्रिया शीघ्र पूरी हो जाएगी।

पेंशन स्वीकृति और बकाया भुगतान

रजिया बेगम ने जल्द ही सभी आवश्यक दस्तावेज विशाखापट्टनम सेंट्रल GST डिवीजन में जमा कर दिए। उनके द्वारा सभी आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद, अंततः उन्हें 3.5 लाख रुपये का बकाया भुगतान मिला और उनकी परिवारिक पेंशन भी शुरू हो गई।

निष्कर्ष

सुश्री रजिया बेगम का यह मामला दर्शाता है कि सही मंच और लगातार प्रयासों से कोई भी समस्या हल की जा सकती है। DOPPW के सक्रिय प्रयासों और उनकी तत्परता ने इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे रजिया बेगम को उनके अधिकारों का हक मिला और उनकी वित्तीय समस्याओं का समाधान हो पाया।

Leave a Comment