EPS 95 पेंशनर अपनी पेंशन बढ़ोतरी को लेकर अब सरकार से उम्मीद खो चुके है, सरकार और पेंशनभोगी संघटनो से उनको केवल आश्वासन के अलावा कुछ नही मिल रहा है। इस बीच एक पेंशनभोगी श्री के.पी मिश्रा जी ने पेंशनभोगियों के दर्द को बयान किया कि वे किस मानसिक और आर्थिक परेशानी से गुजर रहे है, उन्होंने हमारे वेबसाइट के माध्यम से अपना औऱ उन जैसे लाखो पेंशनभोगियों के दर्द को शेयर किया है। तो चलिए पूरी खबर को विस्तार से जान लेते है।
EPS 95 पेंशनभोगियों की दुर्दशा- श्री के.पी मिश्रा का दर्द
श्री के.पी मिश्रा जी ने हमारे वेबसाइट पे लाखो पेंशनभोगियों को सम्बोधित किया और बताया कि हमारे पेंशनर के लिए NAC, दिनांक 07-12-2017 से आंदोलन कर रही है और वर्तमान सरकार की भी यह तीसरी पारी चल रही है। सरकार की पारियां बढ़ती जा रही हैं और हम पैंशनर्स की संख्या घटती जा रही है। हमारे आंदोलन को सरकार नजरअंदाज कर रही है, यह समझकर कि हम तो बूढ़े हो चले हैं और आज नहीं तो कल निपट ही जायेंगे या जानबूझकर हमारा सामाजिक तिरस्कार सरकार कर रही है।
विदेशों के लिए करोड़ो की सहायता
उन्होंने कहाआ कि विदेशों में लाखों करोड़ की सहायता बिन मांगे सरकार देती है और वहां से मिलता क्या है? हम भी तो 70 लाख से ऊपर हैं और इस देश के नागरिक भी है, फिर हमारे साथ ऐसा सलूक क्यों? हमारी दुर्दशा को सरकार ने मजाक बना के रखा है।
सरकार को पेंशनभोगियों की नही है सुध
सरकार अपने कर्मचारियों के वेतन व भत्तों में लगातार वृद्धि करती जा रही है और EPS पेंशनभोगियों के लिये केवल सिर्फ महंगाई बढ़ रही है। इस महँगाई ने हमारा घरेलू बजट तहस-नहस करके रखा है लेकिन सरकार हमारी सुध लेने को तैयार नही है।
हमारे साथ हुवा धोखा
आगे उन्होंने कहा कि हमने अपने ही वेतन का एक हिस्सा भविष्य निधि में जमा करवाया यह जानकर कि 58 साल बाद जब हम घर बैठेंगे तो सामाजिक सुरक्षा के तौर पर गुजारे योग्य पैंशन मिलेगी जैसा कि सन् 1995 में हमसे कहा गया था लेकिन मिला क्या? झुनझुना वो भी न बजने वाला।
उन्होंने कहा कि पहले UPA सरकार ने और अब सन् 2014 से NDA सरकार ने हमको बेवकूफ बना रखा है। किसी से कोई उम्मीद नहीं है। सरकार स्पष्ट तौर पर मना क्यों नहीं करती आखिर इसमें परेशानी क्या है? क्या सोचकर सन् 2017 से NAC के नेताओं को हर श्रम मंत्री से सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। हमे निराशा के अलावा कुछ नहीं मिल रहा है।
सरकारी योजनाओं का भी लाभ नही
श्री के. पी मिश्रा जी ने कहा कि अब हम नाउम्मीद हो चुके हैं। हम जैसे बुजुर्गों के लिये कोई सामाजिक सुरक्षा नहीं है। सरकारी योजनाओं के लाभ भी हमारे लिये उपलब्ध नहीं क्योंकि हम मध्यम वर्ग की श्रेणी वाले हैं, जिनके लिये आगे कुआं और पीछे खायी है।
हमलोगों को एहसास है ये सरकार EPS 95 वालों को कुछ नहीं देने वाला है। परन्तु संघर्ष करना अपना कर्त्तव्य है। Social media पर सभी मेंबर को एकत्र करें और जागरूक करें।
आपने बिल्कुल सही कहा है सरकार ने लोगों को बेवकूफ बना कर रखा है
जी हां सच बात है इ पी एस 95 पेंशन भोगी बुजुर्गों की टोली सरकार और विभिन्न संगठनो के लिए जो चुप्पी साधे तमाशा देख रहे हैं, मजाक बनकर रह गई है, उचे ओहदे में बैठे लोगों को शर्म आनी चाहिए इस तरह बुजुर्गों को सताना, क्या यही है हमारा भारत दोस्तों उपर मलाई और अंदर खाई तभी हमारा देश आगे बढ रहा है।
राजनीति जहां से हमारे विचारों की सीमा समाप्त होती है राजनीतिक का विचार वहीँ से प्रारंभ होता है । तो मोदीजी
शायद स्वयम देश को गर्त में ले जाना चाहते हैं । 400
पार पर 232 पाने के बावजूद भी । e p f o को 51000 करोड़ का ब्याज में आय के बावजूद चुप्पी साधना ।
आप सब विचार करें कि क्यों आखिर क्यों मोदीजी
हमे हमारा वाजिव हक नहीँ दे रहे %&*%@#$☺️
75 लाख पेंशनरो एवम उनके परिवार को भूखे मरने को बाध्य कर दिए जिन्होंने 35 40 वर्ष शासन की सेवा की है
मोदीजी विदित हो कि R S S के स्वयम सेवक संघ में से
भी मात्र 6 ,,,, 7 % ने जिनमे हम भी शामिल हैं ने B J P को वोट किया बाकी घर से नहीँ निकले । अब इतिश्री अगले
बार हम यह गलती भी नहीँ करेंगे.
It is true we are getting epf pension maximum 3000 and minimum 1000 but no ration card, subhadra,PM kisan, CM kisan no non govt facilities because we pensioners.
Yah aapne sahi kaha hai bhai Sarkar pensionrs ke liye nahi hai ham ek ek karke dam tod denge lekin pension nahi badegi
Bhagwan sabka bhala kare
Jay Hindustan
Yeh bilkul such hai kisi bhi sarkar ya sanstha ko koi bhi dilchaspi nahi hai
Pani free,bijli free bus free or election me sharab or paisa batana ho sakta hai lakin hum jaise budde bimaar or laachar samaj or apni hi drusti me gir gaye logo ke leye kisi ko samaan nahi hai
Kuch to asa karte ki hum bhook or bimari se marte logo ki koi sudh leta per asa kuch nahi kia kisi ne bhi
ई.पी.फ.ओ.से कमसे कम इतनी पेन्शन होनी चाहिये कि दो बूढे पति पत्नी दो टाइम का खाना खाकर जी सके और तन ढकने के लिए दो कपड़े हो सके ।
Very true.
We are in pitiable condition and any govt. does not bother as for them votebank is so called BPL, dalit, muslim, adivasis and higher class.
I recommend all seniorcitizens not to vote for any ruling party.
Bhut sahi sir ji sarkar che to pension ki Amount aramse exceed kar sakti hai
मुझे लगता है हमारी कोई भी सरकार नहीं सुनगी हमें पागल बना दिया और बना रही है पेंशन का फार्मूला ही गलत है हमारे पास भी एक मौका आता है सभी EPF 95 पेन्सिनर को नोटा बोटिंग करनी चाहिए जिससे हमारी ताकत का भी सरकार को अंदाजा हो पिछले 7 सालो से पागल बनना रही है सरकार
Manharbhai Tribhovandas patel from vadnagar village kamalpur retired from private limited company vallabh Vidyanagar. We are all retired employees request to present NDA govt that our EPS-95 EPFO pension right payments every month Rs 7500+DA+ Medicines. This is our request.
Modi ki kathani karni me fark he we are eps pensioners are always suport to Modi that he is also ignoring and how to live in pm of india people goes to bhad main he is also gready for the pm always increasing taxes and close moth for leaders why they are not paying income taxes
बहुत ही नाइंसाफी हो रही है प्राइवेट पेंशनर्स के साथ।मात्र १०००/ में कैसे कोई गुजारा कर सकता है।सरकारी कर्मचारियों का तो वेतन बढ़ता जाता पर बेचारे पेंशनर्स की कोई सुनने वाला नहीं है
Modi Government has brought down the level of poverty in India below 5% as a progressive govt and they can not betray poor EPF -95 pension holders getting a begging amount of Rs.1,000/-.
Thanks
10000 minimum pension honi chiye
Do not give vote BJP in future elections. All EPS 1995 Pensioners take firm decesion in this regard. BJP is the worst paty for senior citizens. This govt. has also reduced interest rates on public deposits. This is the only alternative.
Kindly increase our pention immediately.
It is too low.
I am getting only 1700/-
जो सरकार में मंत्री और नेता हैं उनको सैलरी लाखों में मिलती है वोभी बिना टैक्स के तो वे आपका दर्द नहीं समझ सकते हैं। कोई भी सीनियर सिटीजन खुद और अपने बच्चों को ऐसी सरकार को बोट नहीं डाले।
NDA government bhi dhire dhire sath nehi de rahi jeo NDA government ki sath khade rahe. Dheoka dena janta keo keoi bhi party ki farz ban gai. Fir bjp alag keisi heoga. BJP development se jyda beimaani, gaddari aur khud ki jyada aim karta hey,we also note it.