देशभर में EPFO पेंशनधारकों को मात्र ₹1000 से ₹1500 की पेंशन दी जा रही है, जबकि दिल्ली सरकार अपने बुजुर्ग नागरिकों को ₹2500 तक की वृद्धावस्था पेंशन प्रदान कर रही है। यह EPFO पेंशन प्राप्त करने वाले वरिष्ठ नागरिकों के साथ अन्याय और मजाक के अलावा कुछ नहीं है।
🔴 EPFO पेंशनधारकों की स्थिति – ₹1000 में गुजारा कैसे करें?
कर्मचारियों ने पूरी जिंदगी मेहनत की, PF में योगदान दिया, और जब रिटायर हुए तो सिर्फ ₹1000-₹1500 की पेंशन?
✅ EPFO पेंशनधारकों को महंगाई के इस दौर में न्यूनतम ₹7500 + महंगाई भत्ता दिया जाना चाहिए।
✅ सरकार को EPFO पेंशन को राज्य सरकारों की वृद्धावस्था पेंशन के समान बढ़ाना चाहिए।
✅ EPFO पेंशन को NPS और OPS के समान मजबूत बनाया जाए।
🔴 दिल्ली में ₹2500 पेंशन, EPFO पेंशनधारकों के लिए इतना अंतर क्यों?
दिल्ली सरकार बुजुर्गों को ₹2500 पेंशन दे रही है, जबकि EPFO के पेंशनभोगी ₹1000 से ₹1500 में गुजारा करने को मजबूर हैं।
✅ जब राज्य सरकारें ₹2500 दे सकती हैं, तो EPFO पेंशनधारकों को कम पेंशन क्यों दी जा रही है?
✅ EPFO पेंशनधारकों की संख्या 78 लाख से अधिक है, लेकिन उनकी समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है।
🔴 सरकार से हमारी मांगें:
1️⃣ EPFO पेंशन को ₹7500 + DA तक बढ़ाया जाए।
2️⃣ सभी वरिष्ठ नागरिकों को समान न्यूनतम पेंशन मिले।
3️⃣ EPFO पेंशन योजना में तत्काल संशोधन किया जाए।
4️⃣ महंगाई के अनुरूप पेंशन में वृद्धि की जाए।
5️⃣ सभी EPFO पेंशनधारकों को स्वास्थ्य लाभ और बीमा कवरेज मिले।
🔴 क्या सरकार वरिष्ठ नागरिकों की सुनेगी?
सरकार करोड़ों कर्मचारियों का PF काटती है, लेकिन रिटायरमेंट के बाद उन्हें ₹1000-₹1500 देकर बेसहारा छोड़ दिया जाता है। क्या यही न्याय है?
✅ यदि सरकार इस मुद्दे को हल नहीं करती, तो पेंशनर्स को अपने हक के लिए आंदोलन करना होगा।
✅ सरकार सबसे पहले EPFO पेंशनधारकों की मांगों को पूरा करे।
📢 अब समय आ गया है कि सभी EPFO पेंशनधारक एकजुट होकर अपनी आवाज उठाएं और न्याय की मांग करें!
EPFO पेंशनधारकों को फिर मिला धोखा! बजट 2025 में कोई राहत नहीं
एक पेन्शनभोगी ने सोशल मीडिया पे बताया किे मैं 71 वर्षीय EPFO पेंशनधारक हूँ। इस उम्र में हमारी एक ही उम्मीद थी कि पेंशन इतनी बढ़ जाए कि आखिरी दिनों की ज़िंदगी कुछ सम्मानजनक तरीके से गुज़र सके। मगर बजट 2025 ने हमें पूरी तरह निराश कर दिया है।
➡ सरकार ने न तो EPFO पेंशन में कोई बढ़ोतरी की, न ही न्यूनतम पेंशन ₹7500 + DA की मांग मानी।
➡ EPFO पेंशनधारकों को ₹1000-₹1500 में जीवनयापन करने को मजबूर किया जा रहा है।
➡ महंगाई लगातार बढ़ रही है, लेकिन हमारी पेंशन जस की तस है।
🔴 EPFO पेंशनधारकों की दर्दनाक सच्चाई
1️⃣ ₹1000-₹1500 की पेंशन में गुजारा कैसे करें?
➡ बिजली बिल, किराया, दवाइयाँ, राशन – सबकुछ महंगा हो गया है, लेकिन पेंशन नहीं बढ़ी।
2️⃣ 78 लाख EPFO पेंशनधारकों की आवाज़ को सरकार ने फिर अनसुना कर दिया।
➡ हम सालों से न्यूनतम पेंशन ₹7500 + DA की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही।
3️⃣ OPS (पुरानी पेंशन योजना) वालों को सम्मानजनक पेंशन मिल रही है, लेकिन EPFO पेंशनधारकों के साथ भेदभाव क्यों?
➡ पुरानी पेंशन पाने वाले रिटायर कर्मचारियों को 50% अंतिम वेतन के हिसाब से पेंशन मिलती है, लेकिन EPFO पेंशनधारकों को सिर्फ ₹1000-₹1500!
🔴 अब क्या करें EPFO पेंशनधारक?
📢 अब चुप बैठने का समय नहीं, हमें अपनी आवाज़ बुलंद करनी होगी!
➡ सभी EPFO पेंशनधारकों को सोशल मीडिया और धरना-प्रदर्शन के माध्यम से सरकार तक अपनी बात पहुँचानी होगी।
➡ हमारी आवाज़ दबाई नहीं जा सकती, हमें अपने हक़ के लिए लड़ना होगा!
📢 EPFO पेंशनधारकों, जागो और अपने अधिकारों के लिए एकजुट हो जाओ! 🚨