भारत सरकार द्वारा पेंशनभोगियों के जीवन को सुगम बनाने के लिए डिजिटल तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इसी क्रम में डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (Digital Life Certificate – DLC) एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे वरिष्ठ नागरिकों को अपने जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए अब बैंक या पेंशन कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (DLC) क्या है?
डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र एक बायोमेट्रिक-आधारित प्रमाण पत्र है, जिसे वरिष्ठ नागरिक अपने घर बैठे ही ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। यह प्रमाण पत्र जीवन प्रमाण (Jeevan Pramaan) पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध होता है और इसे आधार नंबर और बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के जरिए जारी किया जाता है।
इसकी जरूरत क्यों पड़ी?
हर साल लाखों पेंशनभोगियों को अपने बैंक या सरकारी कार्यालय में जाकर जीवन प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना पड़ता था। कई वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह प्रक्रिया बहुत कठिन होती थी, खासकर उन लोगों के लिए जो शारीरिक रूप से असमर्थ हैं या दूरदराज के क्षेत्रों में रहते हैं। इस समस्या को हल करने के लिए सरकार ने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र को लागू किया।
डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र के फायदे
1. समय और श्रम की बचत
अब पेंशनभोगी को बैंक, ट्रेजरी या सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते। वे अपने मोबाइल या कंप्यूटर से ही यह प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं।
2. सुरक्षित और विश्वसनीय प्रणाली
यह प्रमाण पत्र बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण (फिंगरप्रिंट या रेटिना स्कैन) के जरिए सत्यापित किया जाता है, जिससे धोखाधड़ी की संभावना कम हो जाती है।
3. घर बैठे प्रक्रिया पूरी करने की सुविधा
बुजुर्गों को लंबी कतारों में खड़े रहने की परेशानी से मुक्ति मिलती है। वे घर से ही मोबाइल ऐप, कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या बैंक शाखा में जाकर DLC जमा कर सकते हैं।
4. किसी भी समय और कहीं से भी जमा करने की सुविधा
DLC को ऑनलाइन किसी भी समय और किसी भी स्थान से जमा किया जा सकता है। यह 24×7 उपलब्ध होता है।
5. वास्तविक समय में अपडेट
जीवन प्रमाण पत्र रियल-टाइम में अपडेट हो जाता है, जिससे बैंक या अन्य संस्थानों तक यह तुरंत पहुंच जाता है।
डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र कैसे बनाएं?
चरण 1: आवश्यक दस्तावेज तैयार करें
- आधार कार्ड
- पेंशन भुगतान आदेश (PPO) नंबर
- बैंक खाता विवरण
- पेंशन देने वाली एजेंसी का नाम
- मोबाइल नंबर
चरण 2: जीवन प्रमाण ऐप डाउनलोड करें
- Jeevan Pramaan App को Google Play Store से डाउनलोड करें।
- या नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाएं।
चरण 3: आधार प्रमाणीकरण करें
- आधार नंबर दर्ज करें और फिंगरप्रिंट या आईरिस स्कैन से प्रमाणीकरण करें।
चरण 4: प्रमाण पत्र प्राप्त करें
- सत्यापन पूरा होने के बाद डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जनरेट हो जाएगा।
- यह प्रमाण पत्र बैंक, ट्रेजरी, EPFO या अन्य पेंशन एजेंसी को स्वतः भेज दिया जाएगा।
डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के विभिन्न तरीके
तरीका | विवरण |
---|---|
मोबाइल ऐप | पेंशनभोगी अपने स्मार्टफोन से Jeevan Pramaan App के जरिए DLC जमा कर सकते हैं। |
कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) | गांव या शहर के किसी भी CSC केंद्र पर जाकर डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं। |
बैंक और डाकघर | कई सरकारी बैंक और डाकघर भी यह सेवा प्रदान करते हैं। |
घर पर सेवा (Doorstep Banking) | कई बैंक और डाकघर डोरस्टेप बैंकिंग सेवा के तहत बुजुर्गों के घर जाकर यह सुविधा प्रदान कर रहे हैं। |
पेंशनर्स के लिए सरकार की अन्य डिजिटल सुविधाएं
1. भविष्य पोर्टल (Bhavishya Portal)
- यह ऑनलाइन ट्रैकिंग सिस्टम है, जिससे पेंशनभोगी अपने पेंशन संबंधी कार्यों की स्थिति देख सकते हैं।
2. फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी
- अब फिंगरप्रिंट की जरूरत नहीं है। फेस स्कैनिंग टेक्नोलॉजी से भी जीवन प्रमाण पत्र जमा किया जा सकता है।
3. पेंशन शिकायत निवारण प्रणाली
- यदि किसी पेंशनभोगी को किसी समस्या का सामना करना पड़ता है, तो वे ऑनलाइन CPENGRAMS (Centralized Pension Grievance Redress And Monitoring System) पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
निष्कर्ष
डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण डिजिटल पहल है, जिससे करोड़ों पेंशनभोगियों को राहत मिली है। अब पेंशनभोगियों को लंबी कतारों में लगने की जरूरत नहीं होगी और वे घर बैठे अपनी पेंशन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से पेंशन प्रणाली अधिक पारदर्शी और प्रभावी बन रही है।
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