जैसा कि आपको पता होगा 1 फरवरी को देश का बजट पेश हो चुका है। इस बजट में सीनियर सिटीजन और पेंशनभोगियों की मूलभूत जरूरतों को पूरा करने हेतु आवश्यक सुधारो पे ध्यान नही दिया गया जिससे कि पेंशनभोगी भविष्य में भी आर्थिक तंगी का सामना करेंगे। उसी को देखते हुए भारत पेंशनभोगी समाज ने पी एम मोदी को कुछ सुझाव दिए है। तो चलिए जान लेते है कि BPS ने क्या सुझाव दिए है।
वरिष्ठ नागरिकों और पेंशनभोगियों की स्थिति में सुधार के लिए मांग
भारत में 15 करोड़ से अधिक वरिष्ठ नागरिक और पेंशनभोगी हैं, जिनमें से अधिकांश को आर्थिक असुरक्षा, परिवार के सहयोग की कमी और स्वास्थ्य सुविधाओं की अनुपलब्धता जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सरकार द्वारा आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) का विस्तार करते हुए 70 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को शामिल करना एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे सभी वरिष्ठ नागरिकों की समस्याएं समाप्त नहीं हो जातीं।
मुख्य समस्याएं जिनका समाधान आवश्यक है
1️⃣ आर्थिक तंगी –
- अधिकांश वरिष्ठ नागरिकों और पेंशनभोगियों को पर्याप्त पेंशन नहीं मिलती या उनकी कोई स्थिर आय नहीं होती, जिससे वे निर्भरता और असुरक्षा का अनुभव करते हैं।
2️⃣ परिवारिक सहयोग की कमी –
- बढ़ती आर्थिक चुनौतियों और शहरीकरण के कारण कई वरिष्ठ नागरिक अकेले रहने को मजबूर हैं।
3️⃣ आवासीय सुविधाओं की कमी –
- देश में केवल 10 लाख बुजुर्गों के पास उचित वैकल्पिक आवास हैं, जबकि अधिकांश वृद्धजन असुरक्षित जीवन जीने को मजबूर हैं।
4️⃣ सरकारी योजनाओं का सीमित क्रियान्वयन –
- राष्ट्रीय वृद्धजन नीति (NPOP, 1999) और वरिष्ठ नागरिक कल्याण अधिनियम, 2007 के तहत वृद्धाश्रमों की स्थापना का प्रावधान है, लेकिन उनका क्रियान्वयन धीमा और अपर्याप्त रहा है।
समाधान: वरिष्ठ नागरिकों और पेंशनभोगियों के लिए आवश्यक सुधार
1. ‘आनंद निवास’ योजना – वृद्धजनों के लिए आवासीय परियोजना
✅ सरकार अगले 6-7 वर्षों में 2 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष आवासीय इकाइयों का निर्माण करे।
2. सरकारी भूमि और संपत्तियों का उपयोग
✅ खाली पड़ी सरकारी भूमि और भवनों को आधुनिक वृद्धाश्रमों में बदला जाए, जिससे वरिष्ठ नागरिकों को सुरक्षित और सम्मानजनक आश्रय मिल सके।
3. शहरी विकास में वृद्धजनों को प्राथमिकता
✅ नए शहरी विकास प्रोजेक्ट्स में वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष क्षेत्र विकसित किए जाएं, जहां स्वास्थ्य सुविधाएं, पार्क, और सामुदायिक केंद्र उपलब्ध हों।
4. आर्थिक सहायता में बढ़ोतरी
✅ न्यूनतम पेंशन को न्यूनतम वेतन के बराबर किया जाए ताकि सभी बुजुर्गों को सम्मानजनक जीवन यापन का अवसर मिल सके।
✅ PM-JAY योजना के तहत वरिष्ठ नागरिकों के लिए चिकित्सा कवरेज ₹5 लाख से बढ़ाकर ₹10 लाख किया जाए।
इस योजना के लिए संभावित वित्तीय स्रोत
📌 कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) फंड: ₹1,000 करोड़
📌 सांसद एवं विधायक विकास निधि: ₹3,800 करोड़
📌 केंद्र सरकार का बजट: ₹24,000 करोड़ (कुल बजट का 0.5%)
📌 राज्य सरकारों का बजट: ₹31,000 करोड़
📌 प्रधानमंत्री आवास योजना से आवंटन: ₹5,400 करोड़
📌 एनआरआई और समृद्ध भारतीयों से दान: ₹6,000 करोड़
📌 धार्मिक और परोपकारी संगठनों का सहयोग
सरकार से अनुरोध: वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘आनंद निवास’ योजना लागू करें
भारत पेंशनर्स समाज (BPS) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वरिष्ठ नागरिकों और पेंशनभोगियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए आवश्यक सुधार किए जाएं।
सरकार से अनुरोध है कि –
✔ वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष आवासीय योजना लागू की जाए।
✔ न्यूनतम पेंशन को बढ़ाया जाए और वृद्धजनों के लिए चिकित्सा कवरेज में बढ़ोतरी की जाए।
✔ सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन को प्रभावी बनाया जाए।
हमें पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सक्षम नेतृत्व में यह सुधार शीघ्र लागू होंगे, जिससे वरिष्ठ नागरिकों को सुरक्षित, सम्मानजनक और आत्मनिर्भर जीवन जीने का अवसर मिलेगा।