खुशखबरी, SPARSH और OROP विसंगतियों में जल्द होगा सुधार: सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी

जैसे कि आपको पता होगा OROP और SPARSH में बहुत सारी विसंगतिया है। उसी को लेकर बहुत ही जबरदस्त खुशखबरी आ रही है। 9वें सशस्त्र बलों के वेटरन्स डे के अवसर पर पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को आश्वस्त किया है कि SPARSH प्रणाली (System for Pension Administration Raksha) में हो रही समस्याओं और वन रैंक, वन पेंशन (OROP) से संबंधित विसंगतियों का समाधान किया जा रहा है।

SPARSH से जुड़ी समस्याओं के समाधान की दिशा में कदम

सेना प्रमुख ने बताया कि SPARSH के कारण पेंशनभोगियों को हो रही समस्याओं के समाधान के लिए कई पहल की गई हैं। इनमें शामिल हैं:

➡️वेटरन्स हेल्पडेस्क की स्थापना

➡️डिजिटल कॉल सेंटर और स्पर्श केंद्र की शुरुआत

➡️पेंशन से संबंधित मुद्दों को हल करने के लिए PCDA (पेंशन) कार्यालय से कर्मचारियों का तबादला रोकने का आदेश
➡️सेवा प्रदाता टीसीएस (TCS) के कर्मचारियों को अहमदाबाद से इलाहाबाद भेजा गया है ताकि समस्याओं का शीघ्र समाधान हो सके।
➡️इसके अलावा, एडजुटेंट जनरल द्वारा भी विशेष स्टाफ तैनात किया गया है।

SPARSH: एक नई पहल

SPARSH प्रणाली रक्षा मंत्रालय की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य रक्षा पेंशनभोगियों को पारदर्शी, प्रभावी और उत्तरदायी सेवा प्रदान करना है। हालांकि, पुराने पेंशन सिस्टम से SPARSH में माइग्रेशन के दौरान कई समस्याएं सामने आई हैं। इस पर सेना प्रमुख ने कहा कि इसका समाधान जल्द किया जाएगा।

वेलफेयर योजनाओं पर सेना प्रमुख का फोकस

जनरल द्विवेदी ने अपने भाषण में बताया कि 2024 में कई महत्वपूर्ण कार्य पूरे किए गए।

➡️28,000 वेटरन्स को कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से दूसरी नौकरियों के लिए तैयार किया गया।

➡️प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) के तहत 5,500 पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को आधुनिक नौकरियों के लिए प्रशिक्षित किया गया।

➡️450 अधिकारी, 16,000 जेसीओ एवं अन्य रैंक, और 306 वेटरन्स को रोजगार प्रदान किया गया।

➡️वेटरन्स के लिए 12 नए समझौते सार्वजनिक उपक्रमों के साथ किए गए ताकि रोजगार के अवसर सुनिश्चित किए जा सकें।

प्रोजेक्ट NAMAN: 200 केंद्र खोलने की योजना

प्रोजेक्ट NAMAN के अंतर्गत 14 केंद्र खोले जा चुके हैं, जो कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में कार्य करेंगे। ये केंद्र HDFC बैंक और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा समर्थित हैं।
सेना प्रमुख ने कहा, “हमें बहुत अच्छा फीडबैक मिला है और 2025 के अंत तक 200 NAMAN केंद्र स्थापित करने की योजना है।” यह परियोजना पूर्व सैनिकों, पेंशनभोगियों और उनके परिवारों को सहायता और सेवाएं प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है।

OROP 2024: समस्याओं का समाधान

➡️OROP 2024 के तहत पेंशन से जुड़ी विसंगतियों का समाधान किया जा रहा है।
➡️लिबरलाइज्ड फैमिली पेंशन के तहत 2,250 मामलों की समीक्षा की गई, जिसमें से 450 मामलों का समाधान कर अब तक 19 करोड़ रुपये वितरित किए जा चुके हैं।
➡️OROP से सम्बंधित लंबित मामलों पर भी कार्य जारी है।

Veerangana Sewa Kendra (VSK+) का उन्नयन

सेना प्रमुख ने बताया कि वीरांगना सेवा केंद्र को अब VSK+ में अपग्रेड कर दिया गया है। यह केंद्र पूर्व सैनिकों, वीर नारियों और उनके परिवारों को सिंगल विंडो सेवा प्रदान करता है।
VSK+ प्रतिदिन 700-800 मामलों को हैंडल करता है और इनमें से 70% समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाता है।

निष्कर्ष

सेना प्रमुख द्वारा दिए गए आश्वासनों से पूर्व सैनिकों और पेंशनभोगियों को उम्मीद है कि जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान हो सकेगा। SPARSH प्रणाली और OROP विसंगतियों को लेकर उठाए गए कदम न केवल पेंशनभोगियों की सहायता करेंगे बल्कि उनकी शिकायतों के निवारण में भी तेजी लाएंगे। प्रोजेक्ट NAMAN और VSK+ जैसी पहलों से वेटरन्स को सशक्त बनाने की दिशा में एक सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा।

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