CGHS लाभार्थियों के लिए आज राज्यसभा में श्री संजय सेठ ने केंद्र सरकार से सवाल पूछा कि क्या स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि क्या:
(क) विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में ऐसे CGHS लाभार्थियों की कुल संख्या का डेटा क्या है जिन्होंने अपनी आईडी को ABHA के साथ लिंक किया है;
(ख) CGHS आईडी को ABHA आईडी के साथ लिंक करने के प्रमुख लाभों का ब्यौरा क्या है; और
(ग) इस लिंकिंग प्रक्रिया में लाभार्थियों की सहायता के लिए कौन सी सहायता प्रणालियों मौजूद हैं और इसका स्वास्थ्य सेवा पहुँच प्रणाली पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री श्री प्रतापराव जाधव ने दिया उत्तर
(क): CGHS लाभार्थी आईडी को ABHA आईडी से जोड़ना स्वैच्छिक/वैकल्पिक बनाया गया है। आज तक, देश में कुल 2,46,006 लाभार्थियों ने अपनी आभा आईडी को सीजीएचएस कार्ड से जोड़ा है।
उत्तर प्रदेश में, सीजीएचएस सुविधा केन्द्रों को मेरठ, कानपुर, लखनऊ और प्रयागराज में अपर निदेशकों (एडी) की अध्यक्षता में 04 क्षेत्रों के माध्यम से प्रशासित किया जाता है। इन अपर निदेशकों के अधीन, कुल 15,719 लाभार्थियों ने अपनी आभा आईडी को सीजीएचएस कार्ड से जोड़ा है।
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और नोएडा शहर दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अधिकार क्षेत्र में आते हैं और इन शहरों के संबंध में आंकड़े अलग से नहीं रखे जाते हैं।
CGHS आईडी को आभा आईडी से जोड़ने के मुख्य लाभ
CGHS आईडी को आभा आईडी से जोड़ने के मुख्य लाभ निम्नानुसार हैं:
(i) आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (आभा) एक खाता संख्या है, जो एक यादृच्छिक 14-अंकीय संख्या है और देश भर के विभिन्न स्वास्थ्य परिचर्या प्रदाताओं के बीच एक व्यक्ति की विशिष्ट पहचान है।
(ii) इसका उपयोग किसी व्यक्ति के सभी स्वास्थ्य संबंधी रिकॉर्ड को जोड़ने के लिए किया जाता है। आभा कार्ड का उद्देश्य डिजिटल स्वास्थ्य पारितंत्र बनाना और स्वास्थ्य सेवा के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना है।
(ii) इससे सीजीएचएस लाभार्थियों को राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य पारितंत्र में एकीकृत करने में सहायता मिलेगी, जिससे वे अपनी पसंद के किसी भी व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड (पीएचआर) एप्लिकेशन के माध्यम से अपने लिंक किए गए स्वास्थ्य रिकॉर्ड तक सुरक्षित पहुंच बना सकेंगे।
(iv) लाभार्थी अपने स्वास्थ्य संबंधी रिकॉर्ड को डिजिटल और सुरक्षित तरीके से अस्पतालों और स्वास्थ्य परिचर्या प्रदाताओं के बीच अंतरित कर सकेंगे।
(v) इसे पहल परिचालन दक्षता बढ़ाने, डेटा गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा स्वास्थ्य परिचर्या सेवाओं को सुचारू बनाने के लिए तैयार किया गया है।
(vi) इससे गोपनीयता सुनिश्चित होती है, चयनित स्वास्थ्य संबंधी रिकॉर्ड को स्वास्थ्य परिचर्या प्रदाताओं के साथ साझा करने के लिए रोगी की सहमति की आवश्यकता होती है और चिकित्सा संबंधी डेटा के केंद्रीकृत भंडारण के बिना ही सुरक्षित रूप से परिचालित होता है।
CGHS लाभार्थियों की सहायता के लिए निम्नलिखित निर्देश
CGHS लाभार्थियों की सहायता के लिए निम्नलिखित निर्देश सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध हैं:
(1) आभा आईडी को लिंक करने के चरण दिनांक 11.01.2023 के कार्यालय ज्ञापन संख्या फा.सं. 44/67/एमसीटीसी/ सीजीएचएस के माध्यम से प्रशासनिक निर्देश में उपलब्ध हैं, जहां लाभार्थी को सीजीएचएस लाभार्थी आईडी के साथ आभा आईडी को स्वयं लिंक करने के लिए विस्तृत चरण प्रदान किए गए हैं।
(ii) अनुदेश बीडियो के माध्यम से भी उपलब्ध कराए गए हैं, जो सीजीएचएस के यूट्यूब चैनल ‘@cghsindia’ पर उपलब्ध है।
(ii) सीजीएचएस वेबसाइट पर आभा आईडी को सीजीएचएस आईडी से जोड़ने के चरणों को समझाने बाली वेबिनार प्रीजेंटेशन उपलब्ध है।
(iv) आभा कार्ड के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न सीजीएचएस वेबसाइट और myCGHS ऐप पर उपलब्ध हैं; अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में आभा कार्ड से संबंधित मिथक बनाम वास्तविकता के बारे में भी बताया गया है।
सरकार पता नहीं किस युग में जी रही है और संवेदनहीन है जो इस महंगाई में पेंशनर्स को केवल 1000 FMA प्रति माह दे रही है जबकि डॉक्टर अब 1000 से अधिक एक बार कंसल्टेशन फीस ले लेते हैं सरकार इसे तुरंत बढ़ा कर 5000 करे