प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज 29 अक्टूबर को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के तहत 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के नागरिकों के लिए विशेष स्वास्थ्य बीमा योजना की शुरुआत करेंगे। इस योजना का उद्देश्य बुजुर्गों को बिना किसी आय वर्ग के भेदभाव के स्वास्थ्य बीमा का लाभ प्रदान करना है, जिससे लगभग 4.50 करोड़ परिवारों के छह करोड़ बुजुर्ग नागरिक लाभान्वित होंगे।
योजना की प्रमुख विशेषताएँ
- कौन पात्र है?
इस योजना के अंतर्गत 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र का हर व्यक्ति पात्र है, चाहे वह गरीब हो, मध्यम वर्गीय हो या अमीर।लाभार्थी को आयुष्मान कार्ड जारी किया जाएगा, जिसके आधार पर वह सूचीबद्ध अस्पतालों में मुफ्त उपचार प्राप्त कर सकेगा। - स्वास्थ्य बीमा कवरेज
AB-PMJAY के अंतर्गत बुजुर्ग नागरिकों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज का लाभ मिलेगा। यह योजना सरकारी और निजी दोनों प्रकार के अस्पतालों में लागू होगी। अब तक 12,696 निजी अस्पतालों सहित कुल 29,648 अस्पताल इस योजना में सूचीबद्ध किए गए हैं। - कहाँ-कहाँ लागू होगी योजना?
यह योजना वर्तमान में 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू की जा रही है। दिल्ली, ओडिशा, और पश्चिम बंगाल में यह योजना फिलहाल उपलब्ध नहीं है।
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आधार कार्ड में दर्ज उम्र के अनुसार पात्र बुजुर्ग इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। लाभार्थी योजना से जुड़े अस्पतालों में अपना आयुष्मान कार्ड दिखाकर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले सकते हैं।
यू-विन पोर्टल की शुरुआत भी होगी
प्रधानमंत्री आज यू-विन पोर्टल की भी शुरुआत करेंगे, जो कोविड-19 टीका प्रबंधन प्रणाली को-विन की तरह ही काम करेगा। यह पोर्टल गर्भवती महिलाओं और जन्म से 17 वर्ष तक के बच्चों के टीकाकरण का स्थायी डिजिटल रिकॉर्ड रखेगा।
यह पोर्टल टीकाकरण के लिए पंजीकरण, पुष्टिकरण, और आगामी टीकाकरण के लिए SMS अलर्ट भेजेगा
सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना
AB-PMJAY दुनिया की सबसे बड़ी सार्वजनिक रूप से वित्तपोषित स्वास्थ्य योजना है, जो 12.34 करोड़ परिवारों के 55 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवर प्रदान करती है। हाल ही में यह स्पष्ट किया गया है कि 70 वर्ष से अधिक आयु के वे वरिष्ठ नागरिक जो निजी स्वास्थ्य बीमा या कर्मचारी राज्य बीमा योजना के अंतर्गत आते हैं, वे भी इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के पात्र होंगे।
इस पहल का उद्देश्य बुजुर्गों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करना और उनकी चिकित्सा आवश्यकताओं को आसान बनाना है, जिससे उन्हें आर्थिक बोझ से राहत मिल सकेगी।