8th Pay Commission: फिटमेंट फैक्टर से सैलरी और पेंशन में होगी बड़ी बढ़ोतरी, फिटमेंट फैक्टर क्यो है अहम

केंद्र सरकार द्वारा 8th Pay Commission को मंजूरी देने के बाद सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के घरों में खुशियों का माहौल है। वेतन में वृद्धि का सबसे बड़ा आधार फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) होता है। यह जानना बेहद जरूरी है कि फिटमेंट फैक्टर कैसे काम करता है और इससे सैलरी और पेंशन में कितना इजाफा हो सकता है।

फिटमेंट फैक्टर: क्या है और यह कैसे काम करता है?

फिटमेंट फैक्टर एक ऐसा गुणक (Multiplier) है जिसका उपयोग सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की बेसिक सैलरी और पेंशन को संशोधित करने के लिए किया जाता है। इसे हर वेतन आयोग की सिफारिशों के आधार पर तय किया जाता है।

वेतन आयोग लाने का मुख्य उद्देश्य

➡️महंगाई के प्रभाव को संतुलित करना।

➡️कर्मचारियों की क्रय शक्ति (Purchasing Power) बढ़ाना।

➡️कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाना।

कैसे तय होता है फिटमेंट फैक्टर?

फिटमेंट फैक्टर को तय करने के लिए कई कारक महत्वपूर्ण होते हैं:
➡️सरकार की आर्थिक स्थिति
➡️महंगाई दर
➡️कर्मचारियों की वित्तीय जरूरतें
➡️पिछले वेतन आयोग की सिफारिशें

7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर का प्रभाव

फिटमेंट फैक्टर: 2.57
न्यूनतम वेतन: ₹7,000 → ₹18,000 (2.57 गुणा वृद्धि)।
पेंशनभोगियों की पेंशन भी इसी अनुपात में बढ़ी।
उदाहरण:
यदि किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹15,000 थी, तो 2.57 के फिटमेंट फैक्टर के अनुसार नई सैलरी:
₹15,000 × 2.57 = ₹38,550

8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर: संभावित वृद्धि

8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर को 1.92 या 2.28 करने की चर्चा है। 3.68 फिटमेंट की भी चर्चा है पर यह लागू होना संभव नही है। सातवे वेतन आयोग में इसकी माँग की गई थी पर यह लागू नही हो पाया। कर्मचारियो को 2.57 फिटमेंट से ही संतोष करना पड़ा।

आठवे वेतन में 3.68 की माँग की जा रही है पर यह नही मिलेगा। 1.92 या 2.28 फिटमेंट से ही संतोष करना पड़ेगा।
अगर सरकार 2.28 फिटमेंट देती है तो भी अच्छा खासा फायदा देखने को मिलेगा पर सरकार 2.28 नही करेगी। 1.92 फिटमेंट फैक्टर ही आठवे वेतन आयोग में लागू होगा। अगर 1.92 भी लागू होता है तो भी आठवे वेतन आयोग में सैलरी व पेंशन में 16% से 18% बढोतरी देखने को मिलेगी।

संभावित बदलाव:

फिटमेंट फैक्टर: 1.92
न्यूनतम वेतन: ₹18,000 → ₹34560
पेंशन: ₹9,000 → ₹17280

फिटमेंट फैक्टर 2.28 यदि लागू होता है
न्यूनतम वेतन: ₹18,000 → ₹41040
पेंशन: ₹9,000 → ₹20520

फिटमेंट फैक्टर का सीधा प्रभाव

सैलरी में बढ़ोतरी:
फिटमेंट फैक्टर के आधार पर वेतन में वृद्धि होती है।
पेंशन में बढ़ोतरी:
पेंशनभोगियों को भी उसी अनुपात में लाभ मिलता है।
महंगाई भत्ते (DA) पर असर:
नई बेसिक सैलरी के आधार पर DA का पुनर्गठन होता है। DA/DR शून्य हो जाएगा।

8वें वेतन आयोग: कब होगा लागू?

7वां वेतन आयोग: 1 जनवरी 2016 से लागू।
8वां वेतन आयोग: 1 जनवरी 2026 से लागू होने की संभावना।
रिपोर्ट तैयार करने और लागू करने में 1.5 साल लग सकते हैं।

निष्कर्ष

8वें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर में वृद्धि से कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की आय में बड़ा बदलाव होगा। यदि फिटमेंट फैक्टर 2.28 तक पहुंचता है, तो यह अब तक का सबसे बड़ा इजाफा होगा। फिटमेंट फैक्टर न केवल वेतन और पेंशन को प्रभावित करता है, बल्कि यह महंगाई के बढ़ते स्तर का संतुलन बनाए रखने में भी मदद करता है। सरकार की अंतिम सिफारिशों का इंतजार है, लेकिन उम्मीद है कि यह बदलाव कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के जीवनस्तर को बेहतर बनाएगा।

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