CAPF जवानों की बड़ी मांग: OPS बहाल हो और VRS की अवधि घटाई जाए, जवानों की भावनाओं से ना खेलें

देश की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय अर्धसैनिक बलों (CAPF) के जवानों की सबसे बड़ी चिंता अब उनकी पेंशन और सेवा अवधि को लेकर है। एक BSF जवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपनी पीड़ा व्यक्त की है, जिसमें उन्होंने NPS/UPS की खामियों और VRS (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) नियमों में बदलाव की मांग उठाई है। आइए जानते हैं, इस पत्र में क्या प्रमुख मुद्दे उठाए गए हैं।


CAPF में 25 साल की नौकरी GD DUTY के लिए उपयुक्त नहीं

केंद्रीय अर्धसैनिक बलों (BSF, CRPF, ITBP, CISF, SSB) में कार्यरत जवानों को सख्त ड्यूटी, कठिन परिस्थितियां और लगातार फील्ड में तैनाती जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में 25 वर्ष की अनिवार्य सेवा पूरी करना उनके लिए बेहद कठिन हो जाता है।

जवानों की मुख्य मांग:

  • पहले VRS की अवधि 20 वर्ष थी, जिसे 25 वर्ष कर दिया गया, लेकिन इसे फिर से 20 वर्ष या उससे कम किया जाए।
  • GD (जनरल ड्यूटी) जवानों के लिए 25 साल की सेवा बेहद कठिन होती है।
  • अधिकारी 60 साल से अधिक की सेवा अवधि चाहते हैं, लेकिन GD जवानों को बूढ़े होने पर भी कठिन ड्यूटी करनी पड़ती है, जिससे उनका स्वास्थ्य और जीवन प्रभावित होता है।
  • VRS (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) की अवधि को फिर से 20 वर्ष किया जाए, ताकि जवान सम्मानपूर्वक सेवा छोड़ सकें।

NPS की वजह से जवान बैंकों पर निर्भर हो गए हैं

NPS (National Pension System) लागू होने के बाद जवानों को सबसे बड़ा झटका लगा है। पहले GPF (General Provident Fund) के तहत जवान अपने वेतन का 60% तक जमा कर सकते थे और जरूरत पड़ने पर आसानी से पैसा निकाल सकते थे। लेकिन अब NPS में यह सुविधा नहीं है, जिससे जवान बैंकों से कर्ज लेने पर मजबूर हो गए हैं।

NPS से जुड़ी जवानों की परेशानियां:

  1. जरूरत पड़ने पर जवान अपना पैसा निकाल नहीं सकते, जबकि पहले GPF में यह सुविधा थी।
  2. बैंकों पर निर्भरता बढ़ गई है, जिससे ब्याज के रूप में भारी रकम चुकानी पड़ती है।
  3. घर बनाने, बच्चों की पढ़ाई या किसी आपात स्थिति में NPS का पैसा निकालने की कोई व्यवस्था नहीं है।
  4. NPS के कारण आर्थिक संकट बढ़ रहा है और जवानों पर मानसिक दबाव बढ़ता जा रहा है।

परिणाम:

  • आर्थिक संकट के कारण जवानों में आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं।
  • NPS के कारण जवानों को उनकी ही जमा पूंजी निकालने में परेशानी हो रही है।
  • बैंकों को मोटा ब्याज चुकाना पड़ रहा है, जिससे जवानों की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है।

OPS (पुरानी पेंशन योजना) को फिर से लागू करने की मांग

NPS की जगह पुरानी पेंशन योजना (OPS) लागू करने की मांग लगातार उठ रही है। CAPF जवानों का कहना है कि अगर सेना में OPS लागू है, तो CAPF के जवानों को इससे वंचित क्यों रखा जा रहा है? जबकि दिल्ली हायकोर्ट का फैसला भी है OPS लागू करने के लिए फिर भी सरकार इसको पुरा नही कर रही है।

OPS लागू होने के फायदे:

  1. सेवानिवृत्ति के बाद स्थिर पेंशन मिलेगी।
  2. GPF के तहत अपनी बचत पर अच्छा ब्याज मिलेगा।
  3. जरूरत पड़ने पर GPF से पैसा निकाल सकेंगे।
  4. बैंक से कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
  5. सेवानिवृत्ति के बाद आर्थिक सुरक्षा बनी रहेगी।

जवानों की भावनाओं से ना खेलें, हमारी बात सुनी जाए

प्रधानमंत्री को संबोधित इस पत्र में जवान ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए सरकार से अपील की है कि NPS को खत्म कर OPS को लागू किया जाए।

मुख्य मांगें:
VRS की सीमा को 25 साल से घटाकर 20 साल किया जाए।
NPS/ UPS को खत्म करके OPS बहाल किया जाए।
CAPF जवानों को सेना की तरह समान सुविधाएं दी जाएं।
GPF जैसी सुविधा बहाल हो, ताकि जवानों को बैंक पर निर्भर ना रहना पड़े।
CAPF जवानों की ड्यूटी और सेवा शर्तों पर पुनर्विचार किया जाए।


निष्कर्ष

BSF, CRPF, ITBP, CISF और अन्य CAPF बलों के जवानों की यह मांग बिल्कुल जायज है।

  • NPS की वजह से जवानों की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है और वे बैंकों के कर्ज के जाल में फंस रहे हैं।
  • OPS बहाल होने से उन्हें आर्थिक स्थिरता मिलेगी और भविष्य की चिंता खत्म होगी।
  • VRS की सीमा को घटाकर 20 साल करने से जवान सम्मानजनक सेवा समाप्ति प्राप्त कर सकेंगे।

अब देखना यह है कि सरकार जवानों की इस मांग को कितना गंभीरता से लेती है और OPS लागू करने को लेकर क्या कदम उठाती है।

26 thoughts on “CAPF जवानों की बड़ी मांग: OPS बहाल हो और VRS की अवधि घटाई जाए, जवानों की भावनाओं से ना खेलें”

    • मैं अनिल कुमार यह प्रधानमंत्री से प्रार्थना करता हूं कि हम सभी जवानों की समस्या को समझते हुए एनपीएस वी यूपीएस की जगह ऑप्स स्कीम दोबारा से शुरू की जाए

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  1. मैं काफ्का जवान हूं वर्ष 1994 में छुट्टी से वापस ड्यूटी पर लौटने के बाद घरेलू समस्या के कारण दुबारा छुट्टी का आवेदन किया परन्तु बटालियन कमांडेंट ने छुट्टी देने के बजाय दवाब देकर मुझे सेवा से डिस्चार्ज देने पर मजबूर किया ।मैं वर्ष 2000 से केंद्र सरकार और सीमा सुरक्षा बल से पेंशन की मांग करता आ रहा हूं।मैने फोर्स में 8 साल 6 माह की सेवा की है। कृपया मेरी परिवारिक स्थिति को मद्देनजर रखते हुए मुझे पेंस। सुविधा दी जाए।

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  2. Bsf जैसी फोर्स सीमा पर 12-18 घंटे ड्यूटी देते हैं ऐसे में 25 साल नौकरी कैसे कर सकते हैं नौकरी को घटाकर 18 साल की जाये और पेंशन योजना लागू की जानी चाहिए

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  3. जिस दल से सुधांशु जी जैसा ज्ञानी,योगी जी जैसा धर्मनिष्ठ ,गडकरी जैसा समर्पित और राजनाथ जैसा चिन्तनशील लोग जुड़े हों ,वह दल कर्मचारियों का हक मार कर खरबपति नेताओं को देने की सोच भी कैसे सकता है ! सेवा को संविदा बना एक वेतन में पांच छः: कर्मी रख बाकी बचे पैसे से वोट खरीदने की योजनाएं निकाल कैसे सकता है!
    कुछ तो बेबशी होगी जो ये लोग ऐसी नीतियों के खिलाफ आवाज नहीं उठा पाते या नहीं उठा रहे ।

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  4. इसमें जो भी मांगे शामिल है, सभी मांग हर प्रकार से उचित है, सरकार को इस पर जरूर अमल करना चाहिए।

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  5. Bilkul sahi ops bhaal honi chaiye
    Kyoki
    Jab Hm hmare save kiye huye paise ko he jarurt padne par use nahi kar payenge to kya fayda aisi kamayi ka…..ops laagu kro jawano ka smman kro tabhi sab apni duty ko acche se nibha payenge

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  6. बिलकुल 20 साल की सेवा के बाद इनका शरीर घर में जाकर कुछ करने लायक नहीं रहता हैं।
    इन जवानों को Ops बहाल होना चाहिए।

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  7. Plz sir hum log bahut kast me naukari karte hai or uska fayada ops hai dusra kuch bhi nahi nps /ups bilkul nahi please sir.

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