आज के इस लेख में हम आपको पूर्व सैनिकों और सर्विंग जवानों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बदलावों की जानकारी देंगे। हाल ही में, सरकार और विभिन्न एजेंसियों ने कुछ पेंशन योजनाओं, बीमा कवरेज और फिटमेंट फैक्टर से संबंधित नियमों में संशोधन किए हैं। आइए विस्तार से समझते हैं।
1. ऑनरी नायब सूबेदार को रेगुलर नायब सूबेदार की पेंशन मिलेगी?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबरें
हाल ही में, सोशल मीडिया पर एक संदेश वायरल हो रहा है कि सभी ऑनरी नायब सूबेदार को रेगुलर नायब सूबेदार की पेंशन मिलेगी। यह दावा किया जा रहा है कि दिल्ली AFT (Armed Forces Tribunal – AFT) के एक आदेश के आधार पर यह पेंशन दी जाएगी।
सच्चाई क्या है?
- दिल्ली एएफटी का फैसला: इसमें 61 ऑनरी नायब सूबेदार को न्याय देने की बात लिखी गई थी, लेकिन यह आदेश सिर्फ उन पेंशनर्स के लिए था जिन्होंने केस किया था।
- क्या सभी को लाभ मिलेगा? नहीं, यदि आप भी रेगुलर नायब सूबेदार की पेंशन पाना चाहते हैं, तो आपको अलग से कोर्ट केस करना होगा।
- भारत सरकार का स्टैंड: जब तक सुप्रीम कोर्ट इस संबंध में कोई स्पष्ट आदेश नहीं देता, तब तक ऑनरी नायब सूबेदार को रेगुलर नायब सूबेदार की पेंशन नहीं मिलेगी।
2. पूर्व सैनिकों के लिए FMA (Fixed Medical Allowance) का नियम
क्या एक से अधिक पेंशन पर FMA मिलेगा?
कई पूर्व सैनिक सेना से रिटायर होने के बाद सिविल जॉब में चले जाते हैं और वहां से भी पेंशन प्राप्त करते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वे दोनों जगह से फिक्स मेडिकल अलाउंस (FMA) का लाभ ले सकते हैं?
नियम क्या कहता है?
- आप सिर्फ एक पेंशन से FMA का लाभ ले सकते हैं।
- यदि आप सेना से 1000 रुपये प्रति माह का FMA ले रहे हैं, तो सिविल पेंशन से यह सुविधा बंद करनी होगी।
- दोनों जगह से FMA लेना गलत है और सरकार इसे अवैध मानती है।
3. CGHS और ECHS में से कौन-सी मेडिकल सुविधा चुनें?
ECHS (Ex-Servicemen Contributory Health Scheme) और CGHS (Central Government Health Scheme) दोनों स्वास्थ्य योजनाएं हैं, लेकिन पूर्व सैनिकों को इनमें से सिर्फ एक योजना चुनने का विकल्प मिलेगा।
क्या आप दोनों योजनाओं का लाभ ले सकते हैं?
- नहीं, आप या तो ECHS चुन सकते हैं या CGHS।
- दोहरी सुविधा लेना गलत होगा और सरकार इसे अनुमति नहीं देगी।
4. SBI ने पूर्व सैनिकों के लिए बीमा योजना में क्या बदलाव किए?
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सर्विंग जवानों और पूर्व सैनिकों के लिए पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस कवर में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं।
बदलाव क्या हैं?
कैटेगरी | पहले का बीमा कवर | अब का बीमा कवर | लागू होने की तिथि |
---|---|---|---|
सर्विंग जवान (आर्मी, एयरफोर्स, सीआरपीएफ) | ₹50 लाख | ₹1 करोड़ | 14 जनवरी 2025 |
एयर एक्सीडेंट इंश्योरेंस कवर | ₹1 करोड़ | ₹1.5 करोड़ | 4 फरवरी 2025 |
पूर्व सैनिकों का पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस | ₹30 लाख | ₹50 लाख | 4 फरवरी 2025 |
5. फैमिली पेंशनर्स के लिए नया “शौर्य फैमिली पेंशन अकाउंट”
SBI ने फैमिली पेंशनर्स के लिए शौर्य फैमिली पेंशन अकाउंट लॉन्च किया है, जिसे जीरो बैलेंस पर खोला जा सकता है।
इस अकाउंट की विशेषताएं
✔ 100% पेंशन लोन माफी
✔ RTGS/NEFT ट्रांजैक्शन फ्री
✔ डेबिट कार्ड पर कोई वार्षिक चार्ज नहीं
✔ दूसरे बैंक के ATM से 10 ट्रांजेक्शन फ्री
✔ SBI के सभी सुविधाओं का लाभ
यदि आप आर्मी या एयरफोर्स के फैमिली पेंशनर हैं, तो इस अकाउंट को जल्द से जल्द खुलवाने की सलाह दी जाती है।
6. पेंशनर्स को अपना सैलरी अकाउंट DSP पेंशन अकाउंट में बदलना चाहिए!
कई पूर्व सैनिकों का सैलरी अकाउंट अब भी अपडेट नहीं हुआ है, जिससे एक्सीडेंट इंश्योरेंस क्लेम में समस्या आती है। यदि किसी पेंशनर की मृत्यु हो जाती है और उनका खाता DSP पेंशन अकाउंट में कन्वर्ट नहीं है, तो उनकी वाइफ (स्पाउस) को बीमा क्लेम नहीं मिलेगा।
क्या करें?
✔ तुरंत अपने बैंक जाकर DSP पेंशन अकाउंट में कन्वर्ट करवाएं।
✔ इससे भविष्य में बीमा क्लेम की सुविधा मिलेगी।
7. 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) का फिटमेंट फैक्टर क्या होगा?
8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर को लेकर चर्चा तेज है। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संभावित फिटमेंट फैक्टर ये हो सकते हैं:
फिटमेंट फैक्टर | संभावित प्रभाव |
---|---|
1.92x | न्यूनतम बढ़ोतरी |
2.00x | सामान्य बढ़ोतरी |
2.08x | अच्छी बढ़ोतरी |
2.86x | उच्चतम बढ़ोतरी |
हालांकि, सरकार ने अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
निष्कर्ष
- ऑनरी नायब सूबेदार को रेगुलर नायब सूबेदार की पेंशन नहीं मिलेगी, जब तक सुप्रीम कोर्ट कोई नया आदेश न दे।
- FMA (Fixed Medical Allowance) सिर्फ एक पेंशन से मिलेगा, दो जगह से लेना अवैध है।
- ECHS या CGHS में से एक योजना चुननी होगी, दोनों का लाभ एक साथ नहीं ले सकते।
- SBI ने सर्विंग जवानों और पूर्व सैनिकों के लिए बीमा कवर बढ़ाया है – अब ₹50 लाख की जगह ₹1 करोड़ तक का कवरेज मिलेगा।
- DSP पेंशन अकाउंट में जल्द बदलाव करें, ताकि बीमा क्लेम में दिक्कत न हो।
- 8वें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर को लेकर चर्चा जारी है, जिसमें 2.86x सबसे अधिक संभावित है।
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